श्रावण मास में महाकाल मंदिर पहुंचने लगे कावड़िए 40 कावड़ यात्रा दलों ने अग्रिम अनुमति के लिए किए आवेदन, गेट क्रमांक-4 से मिलेगा विशेष प्रवेश

श्रावण मास में महाकाल मंदिर पहुंचने लगे कावड़िए

40 कावड़ यात्रा दलों ने अग्रिम अनुमति के लिए किए आवेदन, गेट क्रमांक-4 से मिलेगा विशेष प्रवेश

उज्जैन | 10 जुलाई 2025
श्रावण मास का आरंभ होते ही देशभर से कावड़ यात्रियों का उज्जैन आगमन शुरू हो गया है। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में जलाभिषेक और दर्शन के लिए इस बार अब तक करीब 40 कावड़ संघों ने अग्रिम अनुमति के लिए आवेदन प्रस्तुत कर दिए हैं।

विशेष प्रवेश की व्यवस्था

मंदिर समिति के उप प्रशासक एसएन सोनी के अनुसार, जो कावड़ संघ पूर्व अनुमति लेते हैं, उन्हें गेट क्रमांक-4 से प्रवेश की सुविधा दी जाती है। यह मार्ग सीधे सभामंडप तक पहुंचाता है, जहां यात्री जल पात्र से जलाभिषेक कर बैरिकेड्स होते हुए भगवान महाकाल के दर्शन कर सकते हैं।

🔒 नोट: शनिवार से सोमवार और पर्वों के दौरान भीड़ अधिक होने पर यह विशेष सुविधा स्थगित रहती है।

ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन की सुविधा

कावड़ संघों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन की सुविधा उपलब्ध है। आवेदन में यात्रियों की संख्या, आगमन की तिथि और समय का उल्लेख करना होता है।
संघ ई-मेल, पोस्ट या मंदिर समिति की वेबसाइट के माध्यम से अनुमति प्राप्त कर सकते हैं।

हर राज्य से पहुंचते हैं श्रद्धालु

श्रावण मास में झारखंड, कोलकाता, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश सहित विभिन्न राज्यों से कावड़ यात्री उज्जैन पहुंचते हैं। एक संघ में 100 से लेकर 5,000 तक कावड़िए शामिल हो सकते हैं। यात्रा से पहले संघ के पदाधिकारी उज्जैन पहुंचकर भोजन, आवास और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं करते हैं।


🔁 बिना अनुमति वाले यात्रियों के लिए व्यवस्था

जो कावड़ संघ अग्रिम अनुमति नहीं लेते, उन्हें सामान्य दर्शनार्थियों की तरह फैसिलिटी सेंटर, महाकाल टनल, और कार्तिकेय मंडपम के रास्ते मंदिर परिसर में प्रवेश दिया जाता है। यहाँ जलाभिषेक के बाद श्रद्धालु मंदिर से बाहर निकलते हैं।


📌 मुख्य बिंदु:

  • अब तक 40 कावड़ संघों ने अग्रिम अनुमति के लिए आवेदन किया

  • हर साल करीब 118 संघ पहुंचते हैं उज्जैन

  • गेट क्रमांक-4 से विशेष प्रवेश की व्यवस्था

  • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन संभव

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